मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल: बीमारियाँ और दुष्प्रभाव
संपादकिय लेख - नजीर मुलाणी, वसई
आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। हालांकि, इसका अत्यधिक उपयोग कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि ज्यादा मोबाइल चलाने से क्या-क्या समस्याएँ हो सकती हैं:
1. नेत्र रोग (Eye Strain)
मोबाइल स्क्रीन से लगातार निकलने वाली नीली रोशनी आँखों पर सीधा प्रभाव डालती है।
इससे आँखों में जलन, सूखापन, धुंधला दिखना और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
लंबे समय तक स्क्रीन देखने से "डिजिटल आई स्ट्रेन" या "कंप्यूटर विजन सिंड्रोम" हो सकता है।
2. नींद की समस्या (Insomnia)
मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन (नींद लाने वाला हार्मोन) के स्तर को कम कर देती है।
रात में मोबाइल इस्तेमाल करने से नींद देर से आती है या नींद खराब होती है, जिससे थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ता है।
3. मानसिक तनाव और डिप्रेशन
लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने से तुलना की भावना, अकेलापन, चिंता और डिप्रेशन बढ़ सकता है।
"FOMO" (Fear of Missing Out) यानी दूसरों से पीछे छूटने का डर मानसिक तनाव को बढ़ा सकता है।
4. गर्दन और रीढ़ की समस्या (Text Neck Syndrome)
झुक कर लंबे समय तक मोबाइल देखने से गर्दन, कंधों और पीठ में दर्द होता है।
इससे "Text Neck" नामक बीमारी हो सकती है, जिसमें रीढ़ की हड्डी पर अत्यधिक दबाव पड़ता है।
5. सुनने की समस्या (Hearing Loss)
लगातार हेडफोन या ईयरफोन का उपयोग करके तेज आवाज में सुनना कानों की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे स्थायी सुनने की समस्या भी हो सकती है।
6. स्वस्थ जीवनशैली में गिरावट
मोबाइल की लत से शारीरिक गतिविधियाँ कम हो जाती हैं, जिससे मोटापा, मधुमेह (डायबिटीज), हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ता है।
बचाव के उपाय:
हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लेकर दूर देखना (20-20-20 नियम)
सोने से कम से कम 1 घंटे पहले मोबाइल का इस्तेमाल बंद करना
स्क्रीन का ब्राइटनेस कम करना और नाईट मोड का उपयोग करना
सीमित समय के लिए सोशल मीडिया और गेमिंग एप्स का इस्तेमाल करना
सही पोस्चर में मोबाइल का प्रयोग करें