इंसानियत पर लेख
इंसानियत एक ऐसा गुण है जो मनुष्य को अन्य जीवों से अलग करता है। यह न केवल हमारे भीतर की संवेदनाओं, भावनाओं और सहानुभूति का प्रतीक है, बल्कि हमारे समाज को जोड़ने वाली मजबूत कड़ी भी है। जब हम किसी की मदद बिना स्वार्थ के करते हैं, दुख में किसी का साथ देते हैं या किसी अजनबी की तकलीफ को समझते हैं, तो वही इंसानियत कहलाती है।
आज के दौर में जब लोग व्यस्त जीवनशैली में उलझे हुए हैं, इंसानियत का महत्व और भी अधिक हो गया है। सामाजिक, धार्मिक या आर्थिक भिन्नताओं के बावजूद जब कोई किसी ज़रूरतमंद की सहायता करता है, तो वह न केवल अपने कर्तव्य का पालन करता है बल्कि समाज में एक मिसाल भी कायम करता है। इंसानियत की भावना हमें एक-दूसरे के प्रति जिम्मेदार बनाती है और एक बेहतर दुनिया के निर्माण में मदद करती है।
महात्मा गांधी, मदर टेरेसा, अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्वों ने अपने जीवन में इंसानियत को सर्वोच्च स्थान दिया। उन्होंने यह दिखाया कि सच्ची सेवा मानव सेवा है।
निष्कर्ष:
इंसानियत वह नींव है जिस पर एक सभ्य समाज की इमारत खड़ी होती है। जाति, धर्म, रंग या भाषा से ऊपर उठकर जब हम किसी की मदद करते हैं, तो हम वास्तव में इंसानियत की सेवा करते हैं। इसलिए, हमें हमेशा मानवीय मूल्यों को अपनाना चाहिए और दूसरों के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
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